बेंगलुरु में महालक्ष्मी नाम की महिला के शव के टुकड़े फ्रिज में मिलने के बाद हर जगह हंगामा मच गया है। मामले की जांच लगातार चल रही है। इस बीच महालक्ष्मी हत्याकांड की मुख्य संदिग्ध मुक्ति रंजन रॉय ने बुधवार को उड़ीसा में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है।
के बाद से आरोपी फरार चल रहा था। बेंगलुरु पुलिस जो अपनी चल रही जांच के तहत रॉय का पीछा कर रही थी, उससे पूछ्ताछ करने के लिए उड़ीसा गई। हालांकि इससे पहले की वे उसे पूछ्ताछ के लिए हिरासत में लेते थे, रॉय ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। हत्या के बाद से अधिकारी रॉय के ठिकाने का पता लगाने के लिए काम कर रहे थे और उसकी आत्महत्या ने मामले में एक और मोड़ जोड़ दिया है।
जांच जारी रहने पर उनकी मौत की परिस्थितियों के बारे में और जानकारी सामने आने की उम्मीद है। आपको बता दें कि महालक्ष्मी के टुकड़े टुकड़े कर उसके घर के फ्रिज में डाले गए थे। इस मामले में पुलिस ने महालक्ष्मी के पति से पूछ्ताछ की थी, जिसने बताया था कि महालक्ष्मी का अफेयर अशरफ नाम के एक नाई से चल रहा था। वहीं अब इस मामले में मुक्ति का नाम सामने आया था।
मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आया की बेंगलुरु पुलिस ने महालक्ष्मी के साथ काम करने वाले एक शख्स को मुख्य संदिग्ध माना, जिसकी पहचान मुक्ति के रूप में की गई। दोनों साथ काम करते थे। रिपोर्ट के अनुसार सूत्रों का ये भी कहना है कि मुक्ति ने किसी अन्य व्यक्ति के साथ महिला के करीबी रिश्ते होने का विरोध किया था।
रिपोर्ट के अनुसार पुलिस सूत्रों का कहना था कि मुक्ति का फ़ोन बंद आ रहा है और उसकी तलाश जारी है। उसे उड़ीसा पश्चिम बंगाल सीमा पर तलाशा जा रहा था। 23 सितंबर को एक प्रेस कान्फरेन्स में कर्नाटक के गृह मंत्री ने कहा था कि इस मामले का मुख्य संदिग्ध उड़ीसा से है, लेकिन बेंगलुरु में रहता है। पुलिस लगातार आरोपी के तलाश में जुटी हुई है।
इससे पहले महिला का पति अशरफ नाम के शख्स पर शक ज़ाहिर कर चुका है। कहा जा रहा है कि महिला और अशरफ के बीच प्रेम संबंध थी। 29 साल की महालक्ष्मी सेल्स वीमेन थी। 21 सितंबर को बेंगलुरु के घर में फ्रिज में उनकी लाश टुकड़ों में मिली थी। खबरे हैं की शव के 40 से ज्यादा टुकड़े किए गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आया था।
जिसका कहना है कि उन्हें फ्रिज के पास एक नीला सूटकेस मिला है, जिसमें महिला का शव टुकड़ों में रखा हुआ था। सूटकेस बरामद होने के बाद पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि हमलावर शव को कहीं और ले जाना चाहता था या फिर शव को कहीं और से लाया गया था। इस बीच महिला का पोस्टमॉर्टम कराया गया और उसकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
इसको घर की तलाशी के दौरान महालक्ष्मी का मोबाइल भी मिला। जब मोबाइल की सी डी आर यानी कॉल डीटेल रिकॉर्ड को चेक किया गया तो पता चला कि इस फ़ोन से आखिरी कॉल 2 सितंबर को किया गया था। 2 सितंबर के बाद से ना तो इस फ़ोन से कोई कॉल की गई और ना ही कोई कॉल रिसीव की गई। इसी से बेंगलुरु पुलिस ने अंदाजा लगाया की महालक्ष्मी के हत्या दो से 3 सितंबर के बीच हुई है। हालांकि कातिल कौन है इसको लेकर अब तक कुछ क्लियर नहीं हो पाया है।
बताया जा रहा है कि बैंगलूरू में जिस महिला का शब कमरे में करीब 40 टुकडों में फ्रिज के अंदर मिला है वो कमरा 19 दिनों से बंध था। जब कमरे से बद्बू आई तो आसपास के लोगों ने घर के मालिक को फोन किया और उसके बाद में तक महिला की मा को कॉल कर बुलाया गया।
और जब गेट खुलवाया तो सबी हैरान रह गये क्योंकि कमरे में चारो ओर खून के साथ बॉडी के छोटे छोटे टुकडे पड़े हुए थे।इसके अलावा सिंगल डोर प्रिज में शब को अलग-अलग हिस्सों में काट कर लाश रखी गई थी।